
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट द्वारा बच्चों के साथ होली का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया
होली, एक ऐसा पर्व है जिसे भारत के हर कोने में धूमधाम और उमंग के साथ मनाया जाता है। यह पर्व रंगों का, खुशियों का और भाईचारे का प्रतीक होता है। इसी कड़ी में, नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने एक अनोखा आयोजन किया, जहां बच्चों के साथ होली का पर्व बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर, 40 बच्चों को रंगीन पिचकारी, कुरकुरे, चिप्स, बिस्किट, मिठाई, और गुजिया जैसे स्वादिष्ट व्यंजन वितरित किए गए, जिससे बच्चों के चेहरों पर खुशी और मुस्कान की कोई कमी नहीं रही।


नीरजा देवभूमि ट्रस्ट द्वारा यह आयोजन शिक्षा के क्षेत्र में विशेष रूप से बच्चों की भलाई और उनकी खुशी को प्राथमिकता देते हुए किया गया। संस्था ने हमेशा ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए काम किया है, और इस आयोजन के माध्यम से उन्होंने बच्चों को त्योहारों की खुशी और संस्कृति से जोड़ने का प्रयास किया। इस आयोजन में ट्रस्ट के संस्थापक नूपुर गोयल, ट्रस्ट की अध्यापिका शिखा जी, और अन्य सभी सदस्य गण मौजूद रहे, जिन्होंने इस उत्सव को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट का उद्देश्य
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट का उद्देश्य समाज में शिक्षा, संस्कार, और मानवता की भावना को बढ़ावा देना है। ट्रस्ट का उद्देश्य बच्चों को एक बेहतर भविष्य देना है, ताकि वे अपनी शिक्षा और संस्कारों के माध्यम से समाज में अपनी पहचान बना सकें। इसके अलावा, ट्रस्ट समाज के जरूरतमंद वर्ग के लोगों के लिए भी कई प्रकार की सहायता प्रदान करता है। यह संस्थान हमेशा ही बच्चों को हर प्रकार की खुशियों और सीख से जोड़ने का प्रयास करता है, ताकि वे अपने जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हों।
होली का महत्व
होली का त्योहार भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यह त्योहार अच्छाई की बुराई पर विजय और रंगों के साथ जीवन को उज्जवल बनाने का प्रतीक है। होली न केवल रंगों और उमंगों का त्यौहार है, बल्कि यह रिश्तों को मजबूत करने, समाज में भाईचारे और सद्भाव को बढ़ावा देने का भी एक बड़ा अवसर है। इस दिन लोग एक-दूसरे से गले मिलते हैं, खुशियाँ साझा करते हैं और अपने मन के सभी द्वारों को खोलकर नफरत और द्वेष को दूर करते हैं।


बच्चों के साथ होली का उत्सव
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने इस बार होली का उत्सव विशेष रूप से बच्चों के साथ मनाया। 40 बच्चों को इस दिन विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, और उन्हें न केवल रंगों से खेलते हुए देखा गया, बल्कि उन्हें विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट चीजें भी दी गईं, जो उनकी खुशी को और बढ़ाती हैं। बच्चों को पिचकारियाँ, रंग, कुरकुरे, चिप्स, बिस्किट, मिठाई और गुजिया वितरित की गईं। ये सभी चीजें बच्चों के लिए खास थीं, क्योंकि इन चीजों के जरिए बच्चों को न केवल स्वादिष्ट भोजन मिला, बल्कि वे इस होली के रंगों और उल्लास में भी पूरी तरह से डूब गए।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों को खुशी देना और उन्हें यह समझाना था कि त्यौहार केवल एक दिन के लिए नहीं होते, बल्कि यह हमें जीवन में खुशियाँ फैलाने और दूसरों के साथ मिलकर त्योहार मनाने का सिखाते हैं। नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने इस दिन को बच्चों के लिए यादगार बनाने की पूरी कोशिश की, ताकि वे हमेशा इस दिन को खुशी और उत्सव के रूप में याद रखें।
बच्चों के चेहरों पर मुस्कान
इस कार्यक्रम में बच्चों के चेहरों पर जो मुस्कान और खुशी दिखी, वह सचमुच अतुलनीय थी। रंगों में सराबोर बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ होली के इस खास दिन को मनाया। बच्चों का आनंद देखकर यह स्पष्ट था कि नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने उन्हें एक नई दुनिया का अहसास कराया था, जिसमें शिक्षा, संस्कार और खुशियाँ एक साथ आती हैं।
ट्रस्ट का भविष्य और सामुदायिक कार्य
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने हमेशा अपने सामुदायिक कार्यों के माध्यम से समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाई है। चाहे वह बच्चों की शिक्षा हो, स्वास्थ्य सुविधाएं हों या फिर सामाजिक जागरूकता बढ़ाने का कार्य हो, ट्रस्ट ने हर कदम पर समाज की भलाई के लिए काम किया है। इस होली के आयोजन से ट्रस्ट का यह उद्देश्य भी स्पष्ट हुआ कि वह बच्चों के बीच खुशियाँ बांटने और उन्हें स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रेरित करना चाहता है। भविष्य में भी ट्रस्ट इस प्रकार के आयोजन करता रहेगा, जिससे बच्चों को न केवल शिक्षा मिले, बल्कि वे जीवन के हर पहलू को समझते हुए आगे बढ़ सकें।
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट द्वारा बच्चों के साथ मनाई गई होली न केवल एक आनंदपूर्ण अवसर था, बल्कि यह समाज में खुशियाँ फैलाने और बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। ट्रस्ट के संस्थापक नूपुर गोयल, शिखा जी और अन्य सदस्य गण के योगदान से यह आयोजन सफल रहा। इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से नीरजा देवभूमि ट्रस्ट बच्चों को शिक्षा, संस्कार, और खुशियों का मिश्रण प्रदान कर रहा है, जो उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
इस आयोजन ने यह सिद्ध कर दिया कि सही मार्गदर्शन, शिक्षा और प्यार से बच्चों को एक उज्जवल भविष्य दिया जा सकता है। नीरजा देवभूमि ट्रस्ट भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के माध्यम से बच्चों को समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाने और उन्हें खुशियाँ देने का कार्य जारी रखेगा।