
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने छवाण सिंह को भेंट की इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर, आत्मनिर्भरता की दिशा में एक कदम और
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने हाल ही में छवाण सिंह (उम्र 28 वर्ष), निवासी दोगी पट्टी मीनदाथ टिहरी गढ़वाल को एक इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर भेंट की है, जिससे उनकी जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आएगा। इस व्हीलचेयर की कीमत ₹1,10,000 है और एक बार चार्ज करने पर यह 15 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है। यह कदम छवाण सिंह के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिन्होंने एक हादसे के बाद अपनी स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के कारण चलने-फिरने में कठिनाई महसूस की थी।
छवाण सिंह का संघर्ष और आत्मनिर्भरता की चाह
चार साल पहले, छवाण सिंह मुम्बई में एक रेस्टोरेंट में खाना बनाने का काम करते थे। लेकिन पहाड़ों में एक हादसे के दौरान उनका पैर स्लिप हो गया और वे गहरी खाई में गिर गए, जिसके कारण उनकी स्पाइनल कॉर्ड इंजरी हो गई। इस दुर्घटना के बाद, उन्हें चलने-फिरने में परेशानी होने लगी और वे अपने जीवनयापन के लिए काम करने में असमर्थ थे। हालाँकि, छवाण सिंह ने हार नहीं मानी और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ाया। उन्होंने नीरजा देवभूमि ट्रस्ट से एक ऐसी व्हीलचेयर की मांग की, जिससे वह डिलीवरी जैसी सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों जैसे Swiggy, Zomato, और E-kart में काम कर सकें।
ट्रस्ट द्वारा भेंट की गई इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने छवाण सिंह की आवश्यकता को समझते हुए, उन्हें ₹1,10,000 की इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर भेंट की। इस व्हीलचेयर से छवाण सिंह अब न केवल अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि यह उन्हें काम करने के लिए भी स्वतंत्रता प्रदान करेगा। ट्रस्ट का यह प्रयास छवाण सिंह को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
ट्रस्ट की सामाजिक प्रतिबद्धताएं
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट अब तक 100 से अधिक स्पाइनल कॉर्ड इंजरी वाले लोगों को सामान्य व्हीलचेयर प्रदान कर चुका है, जिनकी कीमत ₹11,500 थी। यह पहली बार है कि ट्रस्ट ने इस तरह की महंगी और अत्याधुनिक व्हीलचेयर किसी व्यक्ति को भेंट की है। ट्रस्ट की संस्थापक नीरजा गोयल जी ने इस दौरान बताया कि संस्था हमेशा निर्धन वर्ग की सहायता के लिए तत्पर रहती है, चाहे बात निर्धन बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने की हो, निर्धन महिलाओं को सिलाई और मेहंदी सिखाने की हो, या फिर जरूरतमंदों को भोजन वितरण की।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर भेंट करने के अवसर पर ट्रस्ट के संस्थापक नीरजा गोयल जी के साथ-साथ कई सम्मानित व्यक्ति उपस्थित रहे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री हर्षवर्धन शर्मा (ज्योति स्पेशल स्कूल), विशिष्ट अतिथि श्री बच्चन पोखयाल जी, श्री सतीश जी, ट्रस्ट सहसंस्थापक नूपुर गोयल जी, ट्रस्ट में सिलाई प्रशिक्षण दे रही श्रीमती अंजना जी और ट्रस्ट में बच्चों को शिक्षा देने वाली श्रीमती शिखा पाल जी ने भी अपने विचार साझा किए।
निष्कर्ष
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट द्वारा किए गए इस योगदान से छवाण सिंह को जीवन के नए अवसर मिलेंगे और उनके आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक बड़ी मदद मिलेगी। ट्रस्ट का यह प्रयास न केवल छवाण सिंह के लिए, बल्कि समाज के निर्धन और जरूरतमंद वर्ग के लिए भी एक प्रेरणा है। इस तरह के प्रयास समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
नीरजा देवभूमि ट्रस्ट का कार्य निरंतर समाज की सेवा में है और यह ट्रस्ट आगे भी ऐसे सामाजिक कार्यों के माध्यम से लोगों की मदद करता रहेगा।